UP News: योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने दुग्ध उत्पादक किसानों की आय बढ़ाने और दूध की बिक्री को सुनिश्चित करने के लक्ष्य से मिशन नंद बाबा की शुरुआत की है। इस मिशन के लिए 5 साल में 1000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा एक नया पहल शुरू की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य यह है कि यूपी के दूध उत्पादक किसानों की आय को बढ़ाया जाए और उनका दूध गांव में ही बिक्री किया जाए। सरकार ने इस पहल के लिए आने वाले पांच सालों में 1000 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है।
इस पहल के अंतर्गत, गांवों में स्थानीय दूध उत्पादक सहकारी समितियाँ द्वारा उत्पादकों को उनके खुद के गांव में ही दूध की बिक्री की सुविधा मिलेगी। इस पहल के अंतर्गत, लखनऊ के किसान बाजार में पशुधन और दूध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने मिशन नंद बाबा के संघ के लोगों का स्वागत किया।
धर्मपाल सिंह ने इस अवसर पर बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में दूध व्यापार एक अतिरिक्त आय का साधन होता है। इस मिशन के तहत, 2023-24 वित्त वर्ष में पांच जिलों में पांच पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे, जिनमें महिलाओं को महत्वपूर्ण भूमिका मिलेगी। इस मिशन के अंतर्गत, सरकार द्वारा किसानों को उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों की खरीद में अनुदान प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही, मिशन के माध्यम से सरकार उत्तर प्रदेश में गाय पालकों के लिए एक डेटाबेस तैयार करेगी।
मंत्री ने बताया कि मिशन नंद बाबा को सफलतापूर्वक चलाने के लिए प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव और जनपद स्तर पर डीएम के अध्यक्षता में समितियां गठित की गई हैं। गायों के लिए चारा और पशु आहार बनाने वालों को भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। पशुधन और दुग्ध विकास के उपमुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में डेयरी क्षेत्र में नए उद्योगों में निवेश की बड़ी संभावना है।
इसलिए सरकार ने उत्तर प्रदेश दुग्धशाला विकास और दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2022 बनाई है। इस नीति के अनुसार मिशन नंद बाबा से संपर्क स्थापित किया जाएगा। यूपी के दुग्ध आयुक्त और मिशन के निदेशक ने बताया कि दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में वार्षिक 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि लाने में यह मिशन मददगार साबित होगा।
ये भी पढ़ें- PM KISAN MANDHAN YOJNA:केंद्र सरकार ने किया ऐलान, किसानों की हुई बल्ले-बल्ले, मिलेंगे इतने हजार